
सिंगरौली जिले के मोरवा थाना क्षेत्र स्थित मेढ़ौली गांव में आज विस्थापन से नाराज हजारों ग्रामीणों ने एनसीएल (NCL) की जयंत कोयला खदान में घुसकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने खदान के अंदर पहुंचते ही काम रुकवा दिया और जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का आरोप है कि एनसीएल प्रबंधन बिना उचित मुआवजा दिए जबरन विस्थापन की कार्रवाई कर रहा है। विस्थापितों ने बताया कि विस्थापन नीति का पालन नहीं किया जा रहा है और उन्हें किसी वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी तक नहीं दी गई है। स्थिति यह है कि खदानों के नजदीक ही घरों के आसपास ब्लास्टिंग की जा रही है, जिससे लोगों के घरों में दरारें आ रही हैं और हर दिन जान का खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि जब तक उन्हें मुआवजा, पुनर्वास और विस्थापन की स्पष्ट नीति का भरोसा नहीं दिया जाएगा, वे खदान में काम नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि एनसीएल और प्रशासन दोनों ही जिम्मेदारियों से पीछे हट रहे हैं।
बता दें कि मोरवा क्षेत्र में चल रहे कोल प्रोजेक्ट्स के कारण एशिया का सबसे बड़ा विस्थापन होने जा रहा है, जिसमें करीब 21,000 से अधिक मकान प्रभावित होंगे। ऐसे में स्थानीय लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है और स्थिति कभी भी उग्र रूप ले सकती है।