भोपाल में शराब की होम डिलीवरी पर सियासी बवाल, विपक्ष ने सरकार को घेरा

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भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शराब की होम डिलीवरी को लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। हाल ही में आबकारी विभाग ने एक ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी Blinkit के बैग में शराब की तस्करी का मामला पकड़ा, जिसके बाद यह मुद्दा गरमा गया। न्यूज़18 और ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट्स के अनुसार, आबकारी विभाग ने चार दिन की रेकी के बाद एक युवक को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 31 पेटी शराब बरामद की गई। यह शराब ब्लिंकिट के बैग में होम डिलीवरी के लिए ले जाई जा रही थी।


कांग्रेस ने इस मामले को लेकर मोहन यादव सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे आबकारी नीति की विफलता करार देते हुए कहा कि सरकार की लचर नीतियों के कारण अवैध शराब का कारोबार बढ़ रहा है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराएं। दूसरी ओर, बीजेपी ने इसे तूल न देने की बात कही। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि आबकारी विभाग ने त्वरित कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी निभाई है।


मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत शराब की दुकानों का समय सुबह 8:30 बजे से रात 11:30 बजे तक निर्धारित है। लेकिन देर रात शराब की बिक्री और होम डिलीवरी की घटनाएं नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं। भोपाल के बावड़िया कलां में हाल ही में एक शराब दुकान के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, क्योंकि यह अस्पताल और मंदिर के पास थी। यह विवाद तब और बढ़ा जब उमा भारती ने शराबबंदी की मांग दोहराई, जो पहले भी इस मुद्दे पर आंदोलन कर चुकी हैं।


सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसी घटनाएं भोपाल जैसे शहर में असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा दे सकती हैं। जनता और विपक्ष ने सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है। यह मामला सिंगरौली जैसे अन्य क्षेत्रों में भी चर्चा का विषय बन रहा है, जहां सामाजिक संवेदनशीलता अधिक है।

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